पुष्प के भागों का विवरण
- पुष्पवृंत (Flower stalk): यह वह डंठल है, जिससे पुष्प पौधे से जुड़ा रहता है।
- बाह्यदल (Sepal): ये पुष्प का बाहरी हिस्सा होते हैं, जो कली अवस्था में पुष्प को सुरक्षा प्रदान
- दल या पंखुड़ियां (Petal): रंगीन पंखुड़ियां होती हैं, जो कीटों को आकर्षित करती हैं और फूल की सुंदरता बढ़ाती हैं।
- पुंकेसर (Stamen): यह पुष्प का नर प्रजनन अंग है,
- परागकोश (Anther): इसमें पराग कण (pollen grain) बनते हैं।
- तन्तु (Filament): यह पतला डंठल है, जो परागकोश को सहारा देता है।
- गाइनेशियम (स्त्रीकेसर) (Carpel/Pistil): यह पुष्प का मादा प्रजनन अंग है, जिसमें तीन मुख्य भाग होते हैं–
- वर्तिकाग्र (Stigma): यह चिपचिपा भाग होता है, जिस पर परागकण गिरते हैं।
- वर्तिका (Style): यह लम्बी नलीनुमा संरचना है जो वर्तिकाग्र को अंडाशय से जोड़ती है।
- अंडाशय (Ovary): यह फूल का निचला भाग है, जिसमें अंडाणु (Ovule) स्थित होते हैं; यहीं निषेचन (Fertilization) होती है।
मुख्य कार्य
- बाह्यदल और दल पुष्प की रक्षा करते हैं तथा परागण में सहायक होते हैं।
- पुंकेसर और गाइनेशियम क्रमशः नर तथा मादा प्रजनन अंग हैं, जो बीज निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
If you have any doubts, Please let me know.