महात्मा गांधी महत्वपूर्ण नोट्स
By Vinod Kumar
परिचय
जन्म – 2 अक्टूबर 1869 ई
स्थान – पोरबंदर ( गुजरात )
पिता का नाम – करमचंद गांधी
माता का नाम – पुतली बाई
पत्नी का नाम – कस्तूरबा गांधी
पुत्र का नाम – हरीलाल गांधी , रामदास गांधी , देवदास गांधी और मनीलाल गांधी
राजनीति गुरु – गोपालकृष्ण गोखले
निजी सचिव – महादेव देसाई
महात्मा गांधी जी पर साहित्य का प्रभाव :-
जॉन रस्किन का अन्टो लास्ट , एमर्सन थोरो , लियो टॉलसटॉय बाइबल और गीत
साहित्यिक रचनाए : -
हिन्द स्वराज्य (1909 ), सत्य के साथ मेरे प्रयोग ( आत्मकथा ), The Essential Gandhi ( 1962) Pathway to God ( 1971 ) , India of my dream
संपादक के रूप मे : -
- इंडियन ओपिनियन ( 1903 – 15 )( भाषा - हिन्दी , अंग्रेजी गुजराती और तमिल ) , हरिजन ( 1919 -31 ) ( भाषा – अंग्रेजी , गुजराती और हिन्दी ), युवा भारत ( 1933 – 42 ) ( अंग्रेजी नाम नवजीवन )
अन्य नाम :- महात्मा ( संत ) – रवीन्द्रनाथ टैगोर ( 1917 )
:- भारतीय फकीर – विस्टन चर्चिल ( 1931 )
:- आधा नग्न संत – फ्रेंक मोर्स ( 1931 )
:- राष्ट्रपिता – सुभाष चंद्र बॉस ( 1944 )
:- मलंग बाबा / नंगा फकीर – कबोलिस ( नाथ – वेस्ट फ़्रंटियर 1930 )
दक्षिण अफ्रीका मे ( 1893 – 1914 ) तक : -
1893 - गांधी का दक्षिण अफ्रीका मे प्रस्थान
1894 - नेटल इंडियन कांग्रेस का फाउंडेशन
1899 - बोअर युद्ध के दौरान भारतीय एम्बुलेंस का स्थापना
1904 - डरबन के पास फीनिक्स मे स्थापना , इंडियन ओपिनियन ( पत्रिका ) और फीनिक्स मार्ग
1906 - टाँसवाल मे एशियतिक ऑडियन्स के खिलाफ पहला सविनय अवज्ञा आंदोलन ( सत्याग्रह )
1907 - टाँसवाल मे एशियाई ( द ब्लैक एक्ट ) के लिए अनिवार्य पंजीकरण और पास के खिलाफ सत्याग्रह ।
1908 - मुकदमा और कारावास – जोहनसबर्ग जेल ( प्रथम जेल अवधि )
1910 - जोहनसबर्ग के पास टॉलसटॉय फार्म ( बाद मे गांधी आश्रम ) का स्थापना
1913 - केपटाउन मे गैर क्रिश्चियन मैरिज को मान्यता देने के खिलाफ सत्याग्रह
1914 - बोअर युद्धों के दौरान भारतीय एम्बुलेंस कोर बढ़ाने के लिए कैसर – ए – हिन्द से पुरस्कृत किया था
भारत मे ( 1915 – 48 ) तक : -
1915
- 9 जनवरी 1915 को बॉम्बे (
भारत ) पहुंचे , अहमदाबाद के पास कोचरब मे सत्याग्रह आश्रम का स्थापना 20 मे को
किया गया । जो 1917 मे यह आश्रम साबरमती के तट पर स्थानांतरित हो गया ।
1916
- 26 – 30 दिसंबर 1916 मे
आयोजित INC के लखनऊ आधिवेशन
मे शामिल हुए । जहां बिहार के एक कृषक राजकुमार शुक्ल ने उनसे चंपारण आने का
आनुरोध किया ।
1917
- चंपारण अभियान के साथ
सक्रिय राजनीतिक मे प्रवेश किया , जो बिहार के इंडिगो प्लांटर ( अप्रैल 1917 )
द्वारा उत्पीड़ित कृषकों की शिकायत के निवारण के लिए था । चंपारण सतयग्रह भारत मे
उनका पहला सविनय आवज्ञा आंदोलन था ।
1918
- खेड़ा आंदोलन , पहलीबार
भूख हड़ताल अहमदाबाद संघर्ष के दौरान हुआ था ।
1919
- 6 अप्रैल 1919 ई को रौलेट
एक्ट के खिलाफ सत्याग्रह का शुरुआत किए । जिसमे पहली बार राष्ट्रवादी आंदोलन की
कमान संभाली ( प्रथम अखिल भारतीय राजनीतिक आंदोलन )। विरोध के रूप मे कैसर – ए –
हिन्द स्वर्ण पदक जीते। जलियावाला बाघ हत्याकांड के खिलाफ 13 अप्रैल 1919 ई को हुआ
था । अखिल भारतीय खिलाफत सम्मेलन नवंबर 1919 ई को गांधी जी को अपना अध्यक्ष चुना ।
1920
- असहयोग और खिलाफत आंदोलन का
नेतृत्व 1 अगस्त 1920 से फरवरी 1922 तक किया ।
1922
- 5 फरवरी 1922 को चौरी –
चौरा हिंसक घटना हुआ था । जो 12 फरवरी 1922 को बंद कर दिया गया ।
1924
- बेलगाम ( कर्नाटक )
कांग्रेस के अध्यक्ष और पहल बार कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए ।
1925
– 27 - गांधी जी पहली बार सक्रिय
राजनीतिक से रिटायर हुए और खुद को कांग्रेस के “ रचनात्मक कार्यक्रम “ के लिए
समर्पित कर दिया ।
1930
– 34 - दांडी मार्च या नामक
सत्याग्रह का प्रथम चरण 12 मार्च 1930 से 5 मार्च 1931 तक चला था । तथा दूसरा चरण
3 जनवरी 1932 से 17 अप्रैल 1934 तक चला था ।
-
गांधी इरविन
समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था ।
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लंदन मे
द्वितीय गोलमेज समेलं मे भाग लिए थे ।
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कांग्रेस के
एकमात्र प्रतिनिधि के रूप मे भाग लेते है ( 7 सितंबर से 1 दिसंबर 1931 के बीच )
1934 – 39 - सेवाग्राम ( वर्धा आश्रम ) की स्थापना किए
।
1940 – 41 - गांधी जी ने व्यक्तिगत सत्याग्रह आंदोलन
की शुरुआत किया ।
1942 - भारत छोड़ो आंदोलन आंदोलन मे “ करो
या मरो “ का नारा दिए ।
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9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी और कांग्रेस के सभी नेता गिरफ्तार
हो गए ।
1942 – 46 - गांधी जी पुणे स्थित आगा खान पैलेस मे 9 अगस्त 1942 – 44 तक नजरबंद
रहे ।
-
गांधी जी ने अपनी
पत्नी कस्तूरबा गांधी और निजी सचिव महादेव देसाई को 22 फरवरी 1944 को खो दिए ।
1947 - गांधी जी माउंटबेटन योजना / विभाजन
योजना 3 जून 1947
1948 - गांधी जी जब बिड़ला हाउस मे शाम को
प्रार्थना सभा के लिए जा रहे तो आर एस एस के सदस्य नाथु राम गोडसे द्वारा 30 जनवरी
1948 को गोली मार कर हत्या कर दिया गया ।
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