अमीबा में जनन की क्रियाविधि
(i) सबसे पहले अमीबा के केंद्रक (Nucleus) का विभाजन होता है। केंद्रक असमसूत्री विभाजन (Amitosis) के द्वारा दो भागों में बंट जाता है।
(ii) इसके बाद पूरे कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm) का विभाजन दो समान हिस्सों में होता है।
(III) कोशिका दीवार या झिल्ली के बीच में एक आभासी बाध (यहाँ नहीं होता क्योंकि अमीबा में झिल्ली लचीली होती है) बनती है जिससे कोशिका दो भागों में विभाजित हो जाती है।
(iv) इस प्रक्रिया के अंत में एक जनक अमीबा कोशिका से दो समान और स्वतंत्र अमीबा कोशिकाएँ बन जाती हैं, जिनमें प्रत्येक में एक केंद्रक और कोशिकाद्रव्य होता है।
(v) यह दोनों नए अमीबा स्वतंत्र रूप से जीवित रहते हैं और बढ़ने लगते हैं।
इस प्रकार, अमीबा में जनन द्विखंडन द्वारा होता है जो एकल कोशिका के विभाजन से दो समान शाखाएं बनाता है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से अनुकूल परिस्थितियों में होती है।
संक्षेप में:
अमीबा में जनन द्विखंडन विधि से होता है जिसमें केन्द्रक का विभाजन होता है फिर कोशिका का विभाजन होता है, जिससे दो नई अमीबा कोशिकाएँ बनती हैं।

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