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MOHENJODARO (मोहनजोदड़ो) Notes With 50 objective questions

मोहनजोदारो का इतिहास और खोज

मोहनजोदारो का स्थल 1922 में भारतीय पुरातत्वविद् र.डी. बैनर्जी द्वारा खोजा गया था। यह स्थल लगभग 2500 ईसा पूर्व स्थापित हुआ था और इसे सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख नगरों में गिना जाता है। सिंधु घाटी सभ्यता का प्रसार आधुनिक पाकिस्तान और उत्तर-पश्चिमी भारत में था। मोहनजोदारो की खोज से पहले, हड़प्पा नामक एक अन्य स्थल की खोज हो चुकी थी, जिसने सिंधु घाटी सभ्यता के अस्तित्व का प्रमाण दिया था।


भौगोलिक स्थिति

मोहनजोदारो सिंधु नदी के किनारे स्थित है। यह स्थल आधुनिक पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है, और यह लरकाना जिले के पास है। सिंधु नदी की जल प्रणाली ने इस क्षेत्र में कृषि और जीवन को संभव बनाया।


नगर योजना और वास्तुकला

गढ़ और निचला नगर:
मोहनजोदारो का नगर दो प्रमुख हिस्सों में बंटा हुआ था: गढ़ और निचला नगर। गढ़ शहर के पश्चिमी हिस्से में स्थित था और यह एक ऊँचा टीला था, जिस पर सार्वजनिक और प्रशासनिक इमारतें थीं। निचला नगर गढ़ के पूर्व में फैला हुआ था और यहाँ सामान्य नागरिकों के घर थे।

सड़कों का जाल:
नगर की सड़कों को एक ग्रिड प्रणाली में व्यवस्थित किया गया था। मुख्य सड़कों की चौड़ाई 9 से 34 फीट तक थी, और वे एक दूसरे को समकोण पर काटती थीं। सड़कों के किनारे पर जल निकासी के लिए भूमिगत नालियाँ बनाई गई थीं।

महान स्नानागार (ग्रेट बाथ):
यह मोहनजोदारो की सबसे प्रमुख संरचनाओं में से एक है। महान स्नानागार एक विशाल ईंटों का बना हुआ जलाशय था, जिसकी लम्बाई 12 मीटर, चौड़ाई 7 मीटर और गहराई 2.4 मीटर थी। इसके चारों ओर स्नान के लिए सीढ़ियाँ और पानी की निकासी के लिए एक जटिल प्रणाली थी। इसे संभवतः धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठानों के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

अनाज भंडार और सभा भवन:
शहर में विशाल अनाज भंडार मिले हैं, जो उस समय की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को दर्शाते हैं। सभा भवन, जो एक बड़ा हॉल था, सामुदायिक बैठकों और अन्य सामाजिक गतिविधियों के लिए प्रयोग होता था।

सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन

धार्मिक जीवन:
मोहनजोदारो में कई धार्मिक प्रतीक और मूर्तियाँ मिली हैं, जो बताते हैं कि वहां के लोग धार्मिक गतिविधियों में संलग्न थे। यहाँ मातृ देवी की मूर्तियाँ मिली हैं, जो संभवतः उस समय की प्रमुख देवी थीं।

हस्तशिल्प और उद्योग:
मोहनजोदारो के लोग विभिन्न प्रकार की हस्तशिल्प और उद्योगों में संलग्न थे। यहाँ मिट्टी के बर्तन, धातु की मूर्तियाँ, पत्थर की मुहरें, और कपास के वस्त्र मिले हैं। इन वस्तुओं का निर्माण और व्यापार व्यापक रूप से होता था।

लिपि और लेखन:
सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि अब तक पूरी तरह से समझी नहीं जा सकी है। मोहनजोदारो में कई मुद्राएं और लिखित अभिलेख मिले हैं, जिन पर अज्ञात लिपि में लिखावट है।

पतन के कारण

मोहनजोदारो का पतन लगभग 1900 ईसा पूर्व के आसपास हुआ। पतन के कारणों को लेकर विद्वानों में मतभेद है। कुछ प्रमुख संभावित कारण निम्नलिखित हैं:

प्राकृतिक आपदाएँ:
कुछ विद्वानों का मानना है कि नदी का मार्ग बदलना या भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं ने इस नगर को नष्ट कर दिया।

पर्यावरणीय परिवर्तन:
जलवायु परिवर्तन और कृषि भूमि की उर्वरता में कमी भी नगर के पतन का कारण हो सकते हैं।

आक्रमण:
कुछ पुरातत्वविदों का मानना है कि बाहरी आक्रमणकारी, संभवतः आर्य, इस नगर के पतन का कारण बने।

आधुनिक अनुसंधान और महत्व

मोहनजोदारो की खोज और खुदाई ने हमें प्राचीन भारतीय उपमहाद्वीप की सभ्यता और संस्कृति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। यह स्थल विश्व धरोहर स्थल के रूप में यूनेस्को द्वारा संरक्षित है और यह हमारे प्राचीन इतिहास की महत्वपूर्ण धरोहर है। मोहनजोदारो की उन्नत शहरी योजना, वास्तुकला, और जल निकासी प्रणाली आधुनिक समय में भी प्रेरणा स्रोत हैं।

निष्कर्ष

मोहनजोदारो सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख नगर था, जिसने उस समय की उन्नत तकनीकी और सामाजिक प्रगति को दर्शाया। यह स्थल प्राचीन भारतीय उपमहाद्वीप की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसकी खुदाई और अध्ययन ने हमें प्राचीन विश्व की समृद्ध और विकसित सभ्यताओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है।

मोहनजोदारो से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण 50 प्रश्न 

1. प्रश्न: मोहनजोदारो की खोज किसने और कब की थी?
   उत्तर: मोहनजोदारो की खोज भारतीय पुरातत्वविद् र.डी. बैनर्जी ने 1922 में की थी।

2. प्रश्न: मोहनजोदारो का अर्थ क्या है और यह स्थल कहाँ स्थित है?
   उत्तर: मोहनजोदारो का अर्थ है 'मृतकों का टीला' और यह स्थल वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है।

3. प्रश्न: मोहनजोदारो का नगर योजना कैसी थी?
   उत्तर: मोहनजोदारो की नगर योजना अत्यंत व्यवस्थित थी। शहर को दो भागों में बाँटा गया था: गढ़ और निचला नगर। सड़कों को सीधी रेखाओं में बनाया गया था और यह सड़के एक-दूसरे को समकोण पर काटती थीं।

4. प्रश्न: मोहनजोदारो में कौन-कौन सी प्रमुख इमारतें थीं?
   उत्तर: मोहनजोदारो में कई प्रमुख इमारतें थीं, जिनमें महान स्नानागार (ग्रेट बाथ), विशाल अनाज भंडार, सभा भवन और कई आवासीय भवन शामिल हैं।

5. प्रश्न: मोहनजोदारो के लोगों की जल निकासी व्यवस्था कैसी थी?
   उत्तर: मोहनजोदारो की जल निकासी व्यवस्था अत्यंत विकसित थी। घरों में स्नानगृह और शौचालय थे और घरों से निकासी के लिए भूमिगत नालियाँ थीं। यह नालियाँ मुख्य नालियों से जुड़ी थीं, जो सड़कों के नीचे से गुजरती थीं।

6. प्रश्न: मोहनजोदारो के पतन के प्रमुख कारण क्या हो सकते हैं?
   उत्तर: मोहनजोदारो के पतन के प्रमुख कारणों में प्राकृतिक आपदाएँ, पर्यावरणीय परिवर्तन, और बाहरी आक्रमण शामिल हो सकते हैं।

7. प्रश्न: मोहनजोदारो के लोग किस प्रकार की आर्थिक गतिविधियों में संलग्न थे?
   उत्तर: मोहनजोदारो के लोग मुख्यतः कृषि पर निर्भर थे। वे गेहूं, जौ, चावल, और मटर जैसी फसलें उगाते थे। इसके अलावा, वे कपास उत्पादन और व्यापार में भी संलग्न थे।

8. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार की लिपि का उपयोग होता था?
   उत्तर: मोहनजोदारो में सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि का उपयोग होता था, जो अब तक पूरी तरह से समझी नहीं जा सकी है।

9. प्रश्न: महान स्नानागार (ग्रेट बाथ) का क्या महत्व था?
   उत्तर: महान स्नानागार मोहनजोदारो की सबसे प्रमुख संरचनाओं में से एक था। इसका उपयोग संभवतः धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठानों के लिए किया जाता था।

10. प्रश्न: मोहनजोदारो की खुदाई से हमें क्या सीखने को मिला?
    उत्तर: मोहनजोदारो की खुदाई से हमें प्राचीन भारतीय उपमहाद्वीप की सभ्यता, संस्कृति, उन्नत शहरी योजना, वास्तुकला, और जल निकासी प्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।

11. प्रश्न: मोहनजोदारो की सभ्यता के लोग किस प्रकार की मुहरों का उपयोग करते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो की सभ्यता के लोग ज्यादातर मिट्टी और पत्थर की मुहरों का उपयोग करते थे, जिन पर पशु, मनुष्य और प्रतीक चिन्ह अंकित होते थे। इन मुहरों का उपयोग व्यापारिक लेन-देन और पहचान के लिए किया जाता था।

12. प्रश्न: मोहनजोदारो में कौन-कौन सी धातुओं का उपयोग होता था?
    उत्तर: मोहनजोदारो के लोग तांबा, कांस्य और सोने-चांदी जैसी धातुओं का उपयोग करते थे। ये धातुएँ औजार, हथियार, और आभूषण बनाने के लिए प्रयोग की जाती थीं।

13. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार की कला और शिल्पकला विकसित थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो में कला और शिल्पकला के विभिन्न रूप विकसित थे, जिनमें मूर्तिकला, मृद्भांड कला, आभूषण निर्माण, और बुनाई शामिल थे। यहाँ से मिली टेराकोटा की मूर्तियाँ और अन्य कला-कृतियाँ उस समय की शिल्पकला की उत्कृष्टता को दर्शाती हैं।

14. प्रश्न: मोहनजोदारो के समाज में किस प्रकार की सामाजिक संरचना थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो का समाज उच्च विकसित और संगठित था। यहाँ सामाजिक विभाजन था, जिसमें शासक वर्ग, व्यापारी, किसान और श्रमिक शामिल थे। समाज में धार्मिक और प्रशासनिक वर्ग का विशेष महत्व था।

15. प्रश्न: मोहनजोदारो के निवासियों के घर किस प्रकार के होते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो के निवासियों के घर पक्की ईंटों से बने होते थे और उनमें कई कमरे होते थे। अधिकांश घरों में आंगन, स्नानगृह, और जल निकासी प्रणाली होती थी। घरों के दरवाजे और खिड़कियाँ आमतौर पर गलियों की ओर खुलती थीं।

16. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार के अनुष्ठान और धार्मिक गतिविधियाँ होती थीं?
    उत्तर: मोहनजोदारो में धार्मिक अनुष्ठान और गतिविधियाँ महत्वपूर्ण थीं। महान स्नानागार जैसे स्थानों का उपयोग संभवतः धार्मिक स्नान और अनुष्ठानों के लिए होता था। यहाँ से मिली मूर्तियाँ और प्रतीक धार्मिक जीवन का हिस्सा थीं।

17. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार के कृषि उपकरणों का उपयोग होता था?
    उत्तर: मोहनजोदारो के लोग कृषि उपकरणों के रूप में तांबे और कांसे के औजारों का उपयोग करते थे। इनमें हल, कुदाल, और हँसिया शामिल थे, जिनसे वे खेती करते थे।

18. प्रश्न: मोहनजोदारो की लिपि के अध्ययन के क्या प्रयास हुए हैं?
    उत्तर: मोहनजोदारो की लिपि को समझने के लिए कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन अब तक इसे पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है। विद्वानों ने विभिन्न सिद्धांत और विश्लेषण प्रस्तुत किए हैं, लेकिन लिपि की संपूर्ण व्याख्या अभी भी बाकी है।

19. प्रश्न: मोहनजोदारो की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार क्या था?
    उत्तर: मोहनजोदारो की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार कृषि था। इसके अलावा, वे व्यापार और शिल्पकला में भी संलग्न थे, जिससे उनकी अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती थी।

20. प्रश्न: मोहनजोदारो की खुदाई से हमें किन-किन वस्तुओं की जानकारी मिली है?
    उत्तर: मोहनजोदारो की खुदाई से हमें विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की जानकारी मिली है, जिनमें मिट्टी के बर्तन, धातु की मूर्तियाँ, आभूषण, मुहरें, औजार, और कपास के वस्त्र शामिल हैं। ये वस्तुएँ उस समय की जीवनशैली और तकनीकी प्रगति को दर्शाती हैं।

21. प्रश्न: मोहनजोदारो का सबसे प्रमुख और बड़ा स्नानागार किस नाम से जाना जाता है?
    उत्तर: मोहनजोदारो का सबसे प्रमुख और बड़ा स्नानागार "महान स्नानागार" (ग्रेट बाथ) के नाम से जाना जाता है।

22. प्रश्न: मोहनजोदारो के लोग किस प्रकार के वस्त्र पहनते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो के लोग कपास के वस्त्र पहनते थे। यहां कपास के उत्पादन और वस्त्र निर्माण के प्रमाण मिले हैं।

23. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार की कृषि फसलें उगाई जाती थीं?
    उत्तर: मोहनजोदारो में गेहूं, जौ, चावल, और मटर जैसी फसलें उगाई जाती थीं।

24. प्रश्न: मोहनजोदारो के पतन के बाद इस नगर का क्या हुआ?
    उत्तर: मोहनजोदारो के पतन के बाद यह नगर पूरी तरह से वीरान हो गया और इसे सदियों तक भूला दिया गया, जब तक कि इसकी पुनः खोज नहीं हुई।

25. प्रश्न: मोहनजोदारो के घरों की निर्माण सामग्री क्या थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो के घरों की निर्माण सामग्री मुख्यतः पकी हुई ईंटें थीं।

26. प्रश्न: मोहनजोदारो में प्राप्त प्रमुख धातुओं में कौन-कौन सी धातुएँ शामिल थीं?
    उत्तर: मोहनजोदारो में तांबा, कांसा, सोना, और चांदी प्रमुख धातुएँ थीं।

27. प्रश्न: मोहनजोदारो की लिपि किस प्रकार की थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो की लिपि चित्रलिपि (पिक्टोग्राफ) के रूप में थी, जो अब तक पूरी तरह से समझी नहीं जा सकी है।

28. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार की जल निकासी प्रणाली थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो की जल निकासी प्रणाली भूमिगत नालियों से युक्त थी, जो बहुत उन्नत और प्रभावी थी।

29. प्रश्न: मोहनजोदारो में मिले कुछ महत्वपूर्ण हस्तशिल्प कौन से हैं?
    उत्तर: मोहनजोदारो में मिले महत्वपूर्ण हस्तशिल्पों में मिट्टी के बर्तन, धातु की मूर्तियाँ, पत्थर की मुहरें, और टेराकोटा की मूर्तियाँ शामिल हैं।

30. प्रश्न: मोहनजोदारो के निवासियों की धार्मिक मान्यताएँ क्या थीं?
    उत्तर: मोहनजोदारो के निवासियों की धार्मिक मान्यताएँ मातृ देवी की पूजा और विभिन्न प्रतीकों के रूप में दिखती हैं। यहां से कई धार्मिक मूर्तियाँ मिली हैं।

31. प्रश्न: मोहनजोदारो की प्रमुख आर्थिक गतिविधियाँ कौन-कौन सी थीं?
    उत्तर: मोहनजोदारो की प्रमुख आर्थिक गतिविधियाँ कृषि, व्यापार, और शिल्पकला थीं।

32. प्रश्न: मोहनजोदारो की खुदाई में सबसे महत्वपूर्ण खोज क्या है?
    उत्तर: मोहनजोदारो की खुदाई में सबसे महत्वपूर्ण खोज महान स्नानागार और व्यवस्थित जल निकासी प्रणाली है।

33. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार के खेल और मनोरंजन के प्रमाण मिले हैं?
    उत्तर: मोहनजोदारो में मिले खिलौने, पासे, और खेल के उपकरण बताते हैं कि वहां के लोग विभिन्न प्रकार के खेल और मनोरंजन में रुचि रखते थे।

34. प्रश्न: मोहनजोदारो की नगर योजना किस प्रकार की थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो की नगर योजना ग्रिड प्रणाली पर आधारित थी, जिसमें सड़के समकोण पर कटती थीं।

35. प्रश्न: मोहनजोदारो के पतन का प्रमुख कारण क्या माना जाता है?
    उत्तर: मोहनजोदारो के पतन का प्रमुख कारण प्राकृतिक आपदाएँ, पर्यावरणीय परिवर्तन, और बाहरी आक्रमण हो सकते हैं।

36. प्रश्न: मोहनजोदारो की खुदाई से प्राप्त पत्थर की मुहरों पर किस प्रकार के चित्र होते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो की पत्थर की मुहरों पर पशु, मनुष्य, और धार्मिक प्रतीकों के चित्र होते थे।

37. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार के आवासीय भवन होते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो में आवासीय भवन पकी ईंटों से बने होते थे, जिनमें कई कमरे, आंगन, और स्नानगृह होते थे।

38. प्रश्न: मोहनजोदारो की किस वस्तु को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है?
    उत्तर: मोहनजोदारो को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है।

39. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार की सामाजिक संरचना थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो में सामाजिक संरचना उच्च विकसित और संगठित थी, जिसमें शासक वर्ग, व्यापारी, किसान, और श्रमिक शामिल थे।

40. प्रश्न: मोहनजोदारो के निवासी किस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों में संलग्न होते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो के निवासी धार्मिक अनुष्ठानों में संलग्न होते थे, जिसमें महान स्नानागार का उपयोग प्रमुखता से होता था।

41. प्रश्न: मोहनजोदारो के लोग किन-किन वस्त्रों का उपयोग करते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो के लोग मुख्य रूप से कपास के वस्त्रों का उपयोग करते थे।

42. प्रश्न: मोहनजोदारो में प्राप्त जल निकासी प्रणाली किस प्रकार की थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो की जल निकासी प्रणाली भूमिगत नालियों से युक्त थी, जो बहुत उन्नत और प्रभावी थी।

43. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार की धातुओं का उपयोग होता था?
    उत्तर: मोहनजोदारो में तांबा, कांसा, सोना, और चांदी का उपयोग होता था।

44. प्रश्न: मोहनजोदारो के लोग किस प्रकार की मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो के लोग विभिन्न आकार और डिज़ाइन के मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करते थे, जिनमें चित्रित और नक्काशीदार बर्तन शामिल थे।

45. प्रश्न: मोहनजोदारो के पतन के बाद इस नगर का क्या हुआ?
    उत्तर: मोहनजोदारो के पतन के बाद यह नगर पूरी तरह से वीरान हो गया और इसे सदियों तक भूला दिया गया, जब तक कि इसकी पुनः खोज नहीं हुई।

46. प्रश्न: मोहनजोदारो की खुदाई में सबसे महत्वपूर्ण खोज क्या है?
    उत्तर: मोहनजोदारो की खुदाई में सबसे महत्वपूर्ण खोज महान स्नानागार और व्यवस्थित जल निकासी प्रणाली है।

47. प्रश्न: मोहनजोदारो के लोग किस प्रकार की खेल और मनोरंजन की गतिविधियों में संलग्न होते थे?
    उत्तर: मोहनजोदारो में मिले खिलौने, पासे, और खेल के उपकरण बताते हैं कि वहां के लोग विभिन्न प्रकार के खेल और मनोरंजन में रुचि रखते थे।

48. प्रश्न: मोहनजोदारो के पतन का प्रमुख कारण क्या माना जाता है?
    उत्तर: मोहनजोदारो के पतन का प्रमुख कारण प्राकृतिक आपदाएँ, पर्यावरणीय परिवर्तन, और बाहरी आक्रमण हो सकते हैं।

49. प्रश्न: मोहनजोदारो की नगर योजना किस प्रकार की थी?
    उत्तर: मोहनजोदारो की नगर योजना ग्रिड प्रणाली पर आधारित थी, जिसमें सड़के समकोण पर कटती थीं।

50. प्रश्न: मोहनजोदारो में किस प्रकार के धार्मिक प्रतीकों का उपयोग होता था?
    उत्तर: मोहनजोदारो में धार्मिक प्रतीकों के रूप में मातृ देवी की मूर्तियाँ और अन्य धार्मिक चिन्हों का उपयोग होता था।

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