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Diseases caused by bacteria, symptoms and treatment ( बैक्टीरिया से होने वाले रोग, लक्षण और उपाय)

बैक्टीरिया से होने वाले रोग, उनके लक्षण और उपचार के बारे में संक्षेप में नोट्स नीचे दिए गए हैं:

1. तपेदिक (ट्यूबरकुलोसिस)
लक्षण:
- खांसी (तीन सप्ताह से अधिक)
- खून के साथ खांसी
- बुखार और रात को पसीना आना
- वजन कम होना
- थकान

उपाय:
- एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग (आमतौर पर 6-9 महीने का कोर्स)
- स्वस्थ भोजन और नियमित व्यायाम

2. स्ट्रेप गले का संक्रमण
लक्षण:
- गले में तेज दर्द
- निगलने में कठिनाई
- बुखार
- टॉन्सिल में सूजन और लालिमा
- सफेद धब्बे या मवाद

उपाय:
- एंटीबायोटिक दवाएं (पेनिसिलिन या एमोक्सिसिलिन)
- गर्म पानी से गरारे
- दर्द निवारक (जैसे पेरासिटामोल या आइबुप्रोफेन)

3. निमोनिया
लक्षण:
- खांसी (बलगम के साथ)
- बुखार और कंपकंपी
- सांस लेने में कठिनाई
- सीने में दर्द
- थकान

उपाय:
- एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग
- पर्याप्त आराम और हाइड्रेशन
- साँस लेने की थेरेपी

4. टायफाइड (मियादी बुखार)
लक्षण:
- उच्च बुखार
- पेट दर्द
- सिरदर्द
- कमजोरी और थकान
- भूख कम होना

उपाय:
- एंटीबायोटिक दवाएं (जैसे सीप्रोफ्लोक्सासिन, एजिथ्रोमाइसिन)
- स्वच्छ जल और भोजन
- आराम और हाइड्रेशन

5. पर्टुसिस (काली खांसी)
लक्षण:
- लगातार खांसी
- खांसते-खांसते सांस बंद होना
- उल्टी आना
- थकान

उपाय:
- एंटीबायोटिक दवाएं (जैसे एरिथ्रोमाइसिन)
- खांसी कम करने वाली दवाएं
- टीकाकरण (DPT वैक्सीन)

6. यूटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI)
लक्षण:
- पेशाब करते समय जलन
- बार-बार पेशाब आना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- बुखार

उपाय:
- एंटीबायोटिक दवाएं (जैसे नाइट्रोफ्यूरांटॉइन, सिप्रोफ्लोक्सासिन)
- हाइड्रेशन (ज्यादा पानी पीना)
- पेशाब को रोककर न रखना

7. सैल्मोनेलोसिस
लक्षण:
- दस्त
- पेट में ऐंठन
- बुखार
- उल्टी और मतली

उपाय:
- हाइड्रेशन (ज्यादा पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स लेना)
- आहार में परिवर्तन (हल्का भोजन और तरल पदार्थ)
- गंभीर मामलों में एंटीबायोटिक दवाएं

8. गैस्ट्रोएन्टराइटिस (फूड पॉइजनिंग)
लक्षण:
- दस्त
- उल्टी
- पेट में दर्द और ऐंठन
- बुखार

उपाय:
- हाइड्रेशन (ओआरएस और पानी)
- आराम
- हल्का और सादा आहार

9. बोटुलिज़्म
लक्षण:
- कमजोरी
- धुंधली दृष्टि
- मांसपेशियों में कमजोरी
- सांस लेने में कठिनाई

उपाय:
- एंटीटॉक्सिन का उपयोग
- अस्पताल में इलाज
- सांस लेने में सहायता (यदि आवश्यक हो)

10. गोनोरिया
लक्षण:
- पेशाब में जलन
- जननांग से असामान्य स्त्राव
- महिलाओं में पेट में दर्द

उपाय:
- एंटीबायोटिक दवाएं (जैसे सेफट्राइअक्सोन और एजिथ्रोमाइसिन)
- यौन साथी का भी उपचार
- सुरक्षित यौन संबंध का पालन

11. क्लैमाइडिया
लक्षण:
- असामान्य जननांग स्त्राव
- पेशाब में जलन
- पेट में दर्द

उपाय:
- एंटीबायोटिक दवाएं (जैसे डोक्सीसाइक्लिन और एजिथ्रोमाइसिन)
- यौन साथी का भी उपचार
- सुरक्षित यौन संबंध का पालन

12. लेप्रोसी (कुष्ठ रोग)
लक्षण:
- त्वचा पर धब्बे और घाव
- तंत्रिका क्षति
- मांसपेशियों में कमजोरी

उपाय:
- मल्टीड्रग थेरेपी (एमडीटी)
- घावों की देखभाल
- पुनर्वास और चिकित्सा सहायता

13. सेप्टिसीमिया (ब्लड पॉइजनिंग)
लक्षण:
- उच्च बुखार
- तीव्र कमजोरी
- तेजी से हृदय गति
- सांस लेने में कठिनाई

उपाय:
- अस्पताल में एंटीबायोटिक थेरेपी
- इंट्रावेनस फ्लुइड्स
- गंभीर मामलों में आईसीयू देखभाल

14. टेटनस (धनुस्तंभ)
लक्षण:
- मांसपेशियों में कठोरता
- जबड़े की जकड़न
- सांस लेने में कठिनाई

उपाय:
- टेटनस एंटीटॉक्सिन
- एंटीबायोटिक दवाएं
- टीकाकरण (टेटनस वैक्सीन)

15. हैजा (कोलेरा)
लक्षण:
- पानी जैसा दस्त
- उल्टी
- तेज प्यास
- कमजोरी

उपाय:
- ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन)
- एंटीबायोटिक दवाएं (जैसे डोक्सीसाइक्लिन, एजिथ्रोमाइसिन)
- स्वच्छ जल और अच्छे स्वच्छता का पालन
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