2. उष्मीय प्रसार ठोसे में सबसे कम और गैसों में सर्वाधिक होता है।
3. जीरो ( 0 ) डिग्री सेल्सियस से 4 डिग्री सेल्सियस के बीच जल का आयतन घटना है जबकि चार डिग्री सेल्सियस के ऊपर बढ़ता है ।
4. जल का घनत्व 4 डिग्री सेल्सियस पर अधिकतम होता है ।
5. ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम को ऊर्जा संरक्षण का नियम भी कहते हैं जबकि दूसरे नियम को शून्य का नियम भी कहते है ।
6. जल की विशिष्ट ऊष्मा अधिक होने के कारण समुद्र के पास वाला स्थान की जलवायु सम शीतोष्ण रहते हैं।
7. जल की विशिष्ट ऊष्मा अधिक होने के कारण नहीं कर के इंजन के रेडिएटर को ठंडा करने के लिए उसमें जल भरा जाता है ।
8. गुप्त ऊष्मा के कारण ही पहाड़ों पर बर्फ गिरते समय नहीं बल्कि बाद में ठंड पड़ते हैं ।
9. दाब कम होने पर दर्द का क्वथनांक घटना है जबकि दाब बढ़ाने पर क्वथनांक बढ़ जाता है ।
10. द्रव्य में कोई घुलनशील पदार्थ मिलने से उसका ही मांग प्राय काम हो जाता है।
11. वायु में जल पास के कान की उपस्थिति आद्रता का मूल कारण है।
12. वर्षा ऋतु में नमक खुला रखने पर पसीज जाता है क्योंकि वर्षा ऋतु में वायु में आद्रता अधिक होता.
13. बर्फ से भरे गिलास के बाहर जल की बूंदे एकत्रित हो जाते हैं इसका कारण यह है कि गिलास के सात के संपर्क में आने वाले वायु की वाष्प संगीत होकर गिलास के सतह पर जम जाती है।
14. बर्फ को पिघलने से बचने के लिए बर्फ को तट में लपेट कर रखा जाता है, क्योंकि टाट ऊष्मा का कुचालक होता है।
15. ऊष्मा के प्रभाव में पदार्थ की आकृति आयतन या बीमा में प्रसार होता है।
16. रेत दिन में ऊष्मा का अवशोषण करता है तथा रात में ऊष्मा का उत्सर्जन करता है इसलिए रेतीली जगह पर दिन में बहुत गर्म और रात में बहुत ठंड होते हैं.
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